EK WAQT THA



एक वक़्त था जब हम
गुल्लक भरा करते थे
आज उस गुल्लक  को
याद करते है । 


एक वक़्त था जब हम
टोफ्फीस और चॉकलेट  के नाम पर 
खुश हो जाते थे
चेहरे पर ऐसी ख़ुशी आती थी
जैसे सारी ख्वाइशें पूरी हो गयी हो
आज हमारी ख्वाइशें ही बदल गयी है । 


एक वक़्त था जब हम
सारी किताबों की परवाह किये बगैर खेलने निकल जाते थे
आज उन किताबों में ही घिरे रहते है । 


एक वक़्त था जब हम
छोटी छोटी बातों पर
रूठ जाया करते थे
आज उन्ही छोटी बातों पर मुस्कुरा देते है ।


एक वक़्त था जब हम
माँ के आँचल में इस तरह छुपे रहते
की किसी को कुछ पता ना चलता |
आज वह माँ का आँचल तो छोटा नही हुआ ,
पर हम बड़े हो गए ।


एक वक़्त था जब हम
न आने वाले कल की ,
न बीते हुए कल की सोचते थे ।
आज हम सिर्फ कल में ही उलझ गए है ।


उस वक़्त को तो हम भुला नहीं सकते
बस आज की हकीकत में जी सकते है । 
उस कल को बदलने के लिए ,
आज ही कुछ कर सकते है । 

Comments

  1. गीतामृत का पान
    अनन्त ज्ञानसागर का निर्झर भान
    श्रीयुत प्रभा का शीतल स्नान
    तुम्हे हमेशा अविचल आनन्द की ओर अग्रसर रखे

    हरि ऊँ शरण

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